पुनरावृत्ति कक्षा 11
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प्रश्न 1. अपठित गद्यांश-
प्रश्न1- निम्नलिखित गद्यांश को ध्यानपूर्वक पढ़कर सही विकल्प का चयन कीजिए- 1x10=10
एकांत ढूँढने के कई सकारात्मक कारण हैं । एकांत की चाह किसी घायल मन की आह भर नहीं, जो जीवन के कांटों से बिंध कर घायल हो चुका है, एकांत सिर्फ़ उसके लिए शरण मात्र एकांत सिर्फ उसके लिए शरण मात्र नहीं । यह उस इंसान की ख्वाहिश भर नहीं, जिसे इस संसार में फेंक दिया गया हो’ और वह फेंक दिए जाने की स्थिति से भयभीत होकर एकांत ढूंढ रहा हो । हम जो एकांत में होते हैं, वही वास्तव में होते हैं ।एकांत हमारी चेतना की अंतर्वस्तु को पूरी तरह उघाड़ कर रख देता है ।
अंग्रेज़ी का एक शब्द है-आइसोनोफ़ीलिया । इसका अर्थ है-अकेलेपन, एकांत से गहरा प्रेम । पर इस शब्द को गौर से समझें, तो इसमें अलगाव की एक परछाई भी दिखती है । एकांत प्रेमी हमेशा ही अलगाव की अभेद्य दीवारों के पीछे छिपना चाह रहा हो, यह ज़रूरी नहीं । एकांत की अपनी एक विशेष सुरभि है। जो भीड़ के अशिष्ट प्रपंच में फंस चुका हो, ऐसा मन कभी इसका सौंदर्य नहीं देख सकता । एकांत और अकेलेपन में थोड़ा फ़र्क समझना ज़रूरी है । एकांतवासी में कोई दोष या मनोमालिन्य नहीं होता ।वह किसी भी व्यक्ति या परिस्थिति के तंग आकर एकांत की शरण में नहीं जाता । न ही आततायी नियति के विषैले बाणों से घायल होकर वह एकांत की खोज करता है । अंग्रेज़ी कवि लॉर्ड बायरन ऐसे ही एकांत की बात करते हैं । वे कहते हैं कि ऐसा नहीं कि वे इंसान से कम प्रेम करते हैं, बस प्रकृति से ज़्यादा प्रेम करते हैं ।
महात्मा बुद्ध अपने शिष्यों से कहते हैं कि वे जंगल में विचरण करते हुए गैंडे के सींग की तरह अकेले रहें । वे कहते हैं-‘प्रत्येक जीव-जंतु के प्रति हिंसा का त्याग करते हुए किसी की भी हानि कामना न करते हुए, अकेले चलो-फिरो, वैसे ही जैसे किसी गैंडे के सींग । हक्सले एकांत के धर्म या रिलिजन ऑफ़ सॉलिट्यूड’ की बात करते हैं । वे कहते हैं जो मन जितना ही अधिक शक्तिशाली और मौलिक होगा, एकांत के धर्म की तरफ उसका उतना ही अधिक झुकाव होगा । धर्म के क्षेत्र में एकांत, अंधविश्वासों, मतों और धर्मांधता के शोर से दूर ले जाने वाला होता है । इसके अलावा एकांत धर्म और विज्ञान के क्षेत्र में अंतर्दृष्टियों को भी जन्म देता है । ज्यां पॉल सार्त्र इस बारे में बड़ी ही खूबसूरत बात कहते हैं । उनका कहना है-ईश्वर एक अनुपस्थिति है। ईश्वर है-इंसान का एकांत ।
क्या एकांत लोग इसलिए पसंद करते हैं कि वे किसी को मित्र बनाने में असमर्थ हैं ? क्या वे सामाजिक होने की अपनी असमर्थता को छुपाने के लिए एकांत को महिमामंडित करते हैं ? वास्तव में एकांत एक दुधारी तलवार की तरह है । लोग क्या कहेंगे इसका डर भी हमें अक्सर एकांत में रहने से रोकता है । यह बड़ी अजीब बात है क्योंकि जब आप वास्तव में अपने साथ या अकेले होते हैं, तभी इस दुनिया और कुदरत के साथ अपने गहरे संबंध का एहसास होता है । इस संसार को और अधिक गहराई और अधिक समानुभूति के साथ प्रेम करके ही हम अपने दुखदाई अकेलेपन से बाहर हो सकते हैं ।
(क) उपरोक्त गद्यांश किस विषय वस्तु पर आधारित है ?
(i) अकेलेपन पर
(ii) एकांत पर
(iii) जीवन पर
(iv) अध्यात्म पर
(ख)एकांत हमारे जीवन के लिए क्यों आवश्यक है?
(i) परेशानी से भागने के लिए
(ii) आध्यात्मिक चिंतन के लिए
(iii) स्वयं को जानने के लिए
(iv) अशांत मन को शांत करने के लिए
(ग)एकांत हमारी चेतना की ,,,,,,,,,,को पूरी तरह उघाड़ कर रख देता है - सही शब्द भरिए ।
(i) खुशी
(ii) आध्यात्मिकता
(iii) अंतर्वस्तु
(iv) अंतर्दृष्टि
(घ) वे इंसान से कम प्रेम करते हैं, बस प्रकृति से ज़्यादा प्रेम करते हैं -किसने कहा ?
(i) महात्मा गांधी
(ii) बायरन
(iii) महात्मा बुद्ध
(iv) ज्यां पॉल सार्त्र
(ङ) एकांत की खुशबू को कैसे महसूस किया जा सकता है ?
(i) संसार से अलग होकर
(ii) भीड़ में नहीं रहकर
(iii) एकांत से प्रेम करके
(iv) अकेले रहकर
(च) गैंडे के सींग की क्या विशेषता होती है ?
(i) वह किसी को हानि नहीं पहुँचाता
(ii) वह सींग नहीं, वरन सींग का अपररूप होता है
(iii) गैंडे अकेले रहते हैं इसलिए सींग भी अकेला रहता है
(iv) अपनी दुनिया में मस्त रहता है
(छ)धर्म के क्षेत्र में एकांत का क्या योगदान है?
(i) समर्पण की भावना
(ii) पूजा और साधना
(iii) धर्मांधता से मुक्ति
(iv) धर्म के वास्तविक स्वरूप की पहचान
(ज) नई अंतर्दृष्टि से आप क्या समझते हैं ?
(i) नई खोज
(ii) नई संकल्पना
(iii) नया अनुसंधान
(iv) नया सिद्धांत
(झ)ईश्वर एक अनुपस्थिति है-कैसे?
(i) ईश्वर कभी दिखाई नहीं देते
(ii) ईश्वर कभी उपस्थित नहीं होते
(iii) एकांत में ही ईश्वर महसूस होते हैं
(iv) ईश्वर होते ही नहीं है
(ञ) दुखदाई अकेलेपन से बाहर कैसे आया जा सकता है?
(i) दोस्त बनाकर
(ii) प्रकृति की सुंदरता को देखकर
(iii) अपने प्रिय लोगों को जानकर
(iv) संसार को प्रेम करके
प्रश्न1- निम्नलिखित गद्यांश को ध्यानपूर्वक पढ़कर सही विकल्प का चयन कीजिए- 1x10=10
एकांत ढूँढने के कई सकारात्मक कारण हैं । एकांत की चाह किसी घायल मन की आह भर नहीं, जो जीवन के कांटों से बिंध कर घायल हो चुका है, एकांत सिर्फ़ उसके लिए शरण मात्र एकांत सिर्फ उसके लिए शरण मात्र नहीं । यह उस इंसान की ख्वाहिश भर नहीं, जिसे इस संसार में फेंक दिया गया हो’ और वह फेंक दिए जाने की स्थिति से भयभीत होकर एकांत ढूंढ रहा हो । हम जो एकांत में होते हैं, वही वास्तव में होते हैं ।एकांत हमारी चेतना की अंतर्वस्तु को पूरी तरह उघाड़ कर रख देता है ।
अंग्रेज़ी का एक शब्द है-आइसोनोफ़ीलिया । इसका अर्थ है-अकेलेपन, एकांत से गहरा प्रेम । पर इस शब्द को गौर से समझें, तो इसमें अलगाव की एक परछाई भी दिखती है । एकांत प्रेमी हमेशा ही अलगाव की अभेद्य दीवारों के पीछे छिपना चाह रहा हो, यह ज़रूरी नहीं । एकांत की अपनी एक विशेष सुरभि है। जो भीड़ के अशिष्ट प्रपंच में फंस चुका हो, ऐसा मन कभी इसका सौंदर्य नहीं देख सकता । एकांत और अकेलेपन में थोड़ा फ़र्क समझना ज़रूरी है । एकांतवासी में कोई दोष या मनोमालिन्य नहीं होता ।वह किसी भी व्यक्ति या परिस्थिति के तंग आकर एकांत की शरण में नहीं जाता । न ही आततायी नियति के विषैले बाणों से घायल होकर वह एकांत की खोज करता है । अंग्रेज़ी कवि लॉर्ड बायरन ऐसे ही एकांत की बात करते हैं । वे कहते हैं कि ऐसा नहीं कि वे इंसान से कम प्रेम करते हैं, बस प्रकृति से ज़्यादा प्रेम करते हैं ।
महात्मा बुद्ध अपने शिष्यों से कहते हैं कि वे जंगल में विचरण करते हुए गैंडे के सींग की तरह अकेले रहें । वे कहते हैं-‘प्रत्येक जीव-जंतु के प्रति हिंसा का त्याग करते हुए किसी की भी हानि कामना न करते हुए, अकेले चलो-फिरो, वैसे ही जैसे किसी गैंडे के सींग । हक्सले एकांत के धर्म या रिलिजन ऑफ़ सॉलिट्यूड’ की बात करते हैं । वे कहते हैं जो मन जितना ही अधिक शक्तिशाली और मौलिक होगा, एकांत के धर्म की तरफ उसका उतना ही अधिक झुकाव होगा । धर्म के क्षेत्र में एकांत, अंधविश्वासों, मतों और धर्मांधता के शोर से दूर ले जाने वाला होता है । इसके अलावा एकांत धर्म और विज्ञान के क्षेत्र में अंतर्दृष्टियों को भी जन्म देता है । ज्यां पॉल सार्त्र इस बारे में बड़ी ही खूबसूरत बात कहते हैं । उनका कहना है-ईश्वर एक अनुपस्थिति है। ईश्वर है-इंसान का एकांत ।
क्या एकांत लोग इसलिए पसंद करते हैं कि वे किसी को मित्र बनाने में असमर्थ हैं ? क्या वे सामाजिक होने की अपनी असमर्थता को छुपाने के लिए एकांत को महिमामंडित करते हैं ? वास्तव में एकांत एक दुधारी तलवार की तरह है । लोग क्या कहेंगे इसका डर भी हमें अक्सर एकांत में रहने से रोकता है । यह बड़ी अजीब बात है क्योंकि जब आप वास्तव में अपने साथ या अकेले होते हैं, तभी इस दुनिया और कुदरत के साथ अपने गहरे संबंध का एहसास होता है । इस संसार को और अधिक गहराई और अधिक समानुभूति के साथ प्रेम करके ही हम अपने दुखदाई अकेलेपन से बाहर हो सकते हैं ।
(क) उपरोक्त गद्यांश किस विषय वस्तु पर आधारित है ?
(i) अकेलेपन पर
(ii) एकांत पर
(iii) जीवन पर
(iv) अध्यात्म पर
(ख)एकांत हमारे जीवन के लिए क्यों आवश्यक है?
(i) परेशानी से भागने के लिए
(ii) आध्यात्मिक चिंतन के लिए
(iii) स्वयं को जानने के लिए
(iv) अशांत मन को शांत करने के लिए
(ग)एकांत हमारी चेतना की ,,,,,,,,,,को पूरी तरह उघाड़ कर रख देता है - सही शब्द भरिए ।
(i) खुशी
(ii) आध्यात्मिकता
(iii) अंतर्वस्तु
(iv) अंतर्दृष्टि
(घ) वे इंसान से कम प्रेम करते हैं, बस प्रकृति से ज़्यादा प्रेम करते हैं -किसने कहा ?
(i) महात्मा गांधी
(ii) बायरन
(iii) महात्मा बुद्ध
(iv) ज्यां पॉल सार्त्र
(ङ) एकांत की खुशबू को कैसे महसूस किया जा सकता है ?
(i) संसार से अलग होकर
(ii) भीड़ में नहीं रहकर
(iii) एकांत से प्रेम करके
(iv) अकेले रहकर
(च) गैंडे के सींग की क्या विशेषता होती है ?
(i) वह किसी को हानि नहीं पहुँचाता
(ii) वह सींग नहीं, वरन सींग का अपररूप होता है
(iii) गैंडे अकेले रहते हैं इसलिए सींग भी अकेला रहता है
(iv) अपनी दुनिया में मस्त रहता है
(छ)धर्म के क्षेत्र में एकांत का क्या योगदान है?
(i) समर्पण की भावना
(ii) पूजा और साधना
(iii) धर्मांधता से मुक्ति
(iv) धर्म के वास्तविक स्वरूप की पहचान
(ज) नई अंतर्दृष्टि से आप क्या समझते हैं ?
(i) नई खोज
(ii) नई संकल्पना
(iii) नया अनुसंधान
(iv) नया सिद्धांत
(झ)ईश्वर एक अनुपस्थिति है-कैसे?
(i) ईश्वर कभी दिखाई नहीं देते
(ii) ईश्वर कभी उपस्थित नहीं होते
(iii) एकांत में ही ईश्वर महसूस होते हैं
(iv) ईश्वर होते ही नहीं है
(ञ) दुखदाई अकेलेपन से बाहर कैसे आया जा सकता है?
(i) दोस्त बनाकर
(ii) प्रकृति की सुंदरता को देखकर
(iii) अपने प्रिय लोगों को जानकर
(iv) संसार को प्रेम करके
अपठित पद्यांश-
प्रश्न 2-निम्नलिखित पद्यांश को ध्यानपूर्वक पढ़कर सही विकल्प का चयन कीजिए- 1x5=5
हम जब होंगे बड़े, देखना
ऐसा नहीं रहेगा देश।
अब भी कुछ लोगों के दिल में
नफ़रत अधिक प्यार है कम,
हम जब होंगे बड़े,घृणा का
नाम मिटा कर लेंगे दम।
हिंसा के विषमय प्रवाह में
कब तक और बहेगा देश?
भ्रष्टाचार, जमाखोरी की
आदत बड़ी पुरानी है,
ये कुरीतियाँ मिटा हमें तो
नई चेतना लानी है।
घोर अभावों की ज्वाला में
बिलकुल नहीं दहेगा देश।
इस की बागडोर हाथों में
जरा हमारे आने दो
पाँव हमारे थोड़े से बस
जीवन में टिक जाने दो।
हम खाते हैं शपथ,दुर्दशा
कोई नहीं सहेगा देश।
(क) काव्यांश का वर्ण्य विषय क्या है?
(i) देशप्रेम
(ii) प्रकृतिप्रेम
(iii) महत्वाकांक्षा
(iv) स्वप्रेम
(ख) काव्यांश का मूल स्वर क्या है ?
(i) चुनौती का
(ii) प्रश्न का
(iii) संकल्प का
(iv) चिंता का
(ग) कवि कौन सा परिवेश बदलना चाहता है?
(i) प्यार का
(ii) संघर्ष का
(iii) शांति का
(iv) घृणा का
(घ) कवि के मन में नई चेतना तब आएगी, जब-
(i) सब प्रगति करेंगे
(ii) पुरानी प्रथाएँ समाप्त होगी
(iii) कुप्रथाएँ समाप्त होंगी
(iv)कवि के हाथ में बागडोर होगी
(ङ)आपके अनुसार कवि यहाँ बच्चों को क्या बनने की प्रेरणा दे रहा है?
(i) विद्यार्थी
(ii) समाज-सुधारक
(iii) जन-नायक
(iv) जन-शासक
प्रश्न2. | निम्नलिखित पद्यांश को ध्यानपूर्वक पढ़िए- | 1 X5=5 |
प्रश्न 3- हिंदी शब्दकोशानुसार सही विकल्प का
चयन कीजिए- 1x5=5
(क) शब्दकोश से कौन सी जानकारियाँ प्राप्त होती हैं?
(i) शब्दों के क्रम की
(ii) शब्दों के अर्थों की
(iii) शब्दों की उत्पत्ति की
(iv) सभी विकल्प सही हैं
(ख) शब्दकोश के वर्णक्रमानुसार
इनमें से पहला शब्द कौन सा होगा?
(i) काल
(ii) कंगन
(iii) कमल
(iv) कौस्तुभ
(ग) शब्दकोश के वर्णक्रमानुसार इनमें से दूसरा शब्द कौन सा होगा?
(i) काल
(ii) कंगन
(iii) कमल
(iv) कौस्तुभ
(घ) शब्दकोश
के वर्णक्रमानुसार इनमें से तीसरा शब्द कौन सा होगा?
(i) काल
(ii) कंगन
(iii) कमल
(iv) कौस्तुभ
(ङ.) शब्दकोश
के वर्णक्रमानुसार इनमें से चौथा (अंतिम) शब्द कौन सा होगा?
(i) काल
(ii) कंगन
(iii) कमल
(iv) कौस्तुभ
(i शब्दकोश न केवल शब्दों के अर्थ बताता है बल्कि…..
1.शब्दों की व्युत्पत्ति का भी ज्ञान देता है
2.शब्दों की विस्तृत जानकारी भी प्रदान करता है
3.सभी विकल्प सही हैं
4.शब्दों के स्रोत, लिंग और विभिन्न संदर्भ परक अर्थों की जानकारी प्रदान करता है
(ii हिंदी शब्दकोश में निम्नलिखित संक्षेप चिह्नों का क्या अर्थ होता है -स्त्री०,पु०,सर्व०,बहु०,वि०.
1.स्त्रीलिंग,पुल्लिंग,सर्वनाम,बहुवचन,विशेषण
2.स्त्रीलिंग,पुरुष,सर्वनाम,बहुवचन,विशेषण
3.स्त्रीलिंग,पुल्लिंग,संज्ञा,बहुवचन,विशेषण
4.स्त्रीलिंग,पुल्लिंग,सर्वनाम,बहुवचन,विकार
(iii कंगन, कठोर, कबीर, कहार, कटार-शब्दों को हिंदी शब्द-कोश में किस क्रम में लिखा जाएगा?
1.कटार, कठोर, कबीर, कहार,कंगन
2.कंगन, कटार, कठोर, कबीर, कहार
3.कंगन,कठोर, कटार, कबीर, कहार
4.कंगन, कटार, कठोर, कहार, कबीर
(iv पत्थर, कछुआ, जाल, अनार,आम, औरत-शब्दों को हिंदी शब्द-कोश में किस क्रम में लिखा जाएगा?
1.अनार, आम, औरत, कछुआ,पत्थर, जाल
2.औरत, अनार, आम,कछुआ, जाल, पत्थर
3.अनार, आम, कछुआ, जाल, पत्थर, औरत
4.अनार, आम, औरत, कछुआ, जाल, पत्थर
(v( तानसेन, तमाशा, तंतु, तीतर, तोमर, तुरुप-शब्दों को हिंदी शब्द-कोश में किस क्रम में लिखा जाएगा?
1.तंतु, तमाशा, तानसेन, तीतर,तोमर, तुरुप
2.तंतु, तमाशा, तानसेन, तुरुप,तोमर, तीतर
3.तंतु, तमाशा, तानसेन, तीतर, तुरुप,तोमर
4. तंतु, तमाशा, तीतर, तुरुप,तोमर, तानसेन
(क) निम्नलिखित शब्दों में से हिंदी शब्दकोशानुसार सबसे पहले
कौन-सा शब्द आएगा ?
I.संयोग
II.शिल्प
III. स्लेट
IV. सुयश
(ख) निम्नलिखित शब्दों में
से हिंदी शब्दकोशानुसार कौन सा शब्द अंत में आएगा ?
I.नर्क
II. दवात
III. तरकश
IV. तीरंदाज़
ग)
हिंदी शब्दकोशानुसार निम्नलिखित शब्दों का सही
क्रम क्या होगा ?
I.विलासिता,
विस्तृत, वृहत, वृहत्तर
II. विस्तृत, वृहत, वृहत्तर, विलासिता
III. वृहत,
वृहत्तर, विलासिता, विस्तृत
IV. वृहत,
वृहत्तर, विस्तृत, विलासिता
घ) हिंदी शब्दकोशानुसार
निम्नलिखित शब्दों का सही क्रम क्या होगा ?
I.अपराध,
अनमोल, अनुराग, अनि
II. अपराध,
अनि, अनमोल, अनुराग
III. अनि,
अनमोल, अनुराग, अपराध
IV. अनमोल,
अनि, अनुराग अपराध
ङ) हिंदी शब्दकोशानुसार निम्नलिखित में से कौन
सा शब्द क्रम में तीसरे स्थान पर आएगा?
I.कृपाण
II.कृपाशंकर
III.कृपानिधान
IV.कृपण
प्रश्न 4-निम्नलिखित पद्यांश को ध्यानपूर्वक
पढ़कर सही विकल्प का चयन कीजिए- 1x5=5
“कहाँ तो तय था चिरागां हर घर के लिए,
कहाँ चिराग मयस्सर नहीं शहर के लिए |
यहाँ दरख्तों के साये में धूप लगती है ,
चलो यहां से चलें और उम्र भर के लिए |”
क) कवि ने पहले शेर में किस चिराग के तय होने की बात की है
?
I. निराशा की
II.आशा की
III. मूलभूत आवश्यकताओं की पूर्ति
की
IV. आज़ादी की
ख) आज़ादी के बाद लोगों की
स्थिति में क्या परिवर्तन हुए ?
I.बेहतर हुई
II. निराशाजनक
III. पता नहीं
IV. सभी विकल्प असत्य हैं
ग) यहाँ दरख्तों के साये में धूप लगती है–से कवि क्या कहना चाहता है ?
I.आज़ादी के बाद भी मूलभूत
आवश्यकताओं की पूर्ति नहीं
II. आज़ादी के बाद भी जीने के साधन
नहीं
III. आज़ादी के बाद भी सुखमय जीवन
नहीं
IV. सभी विकल्प सत्य हैं
घ) कवि पलायन की बात क्यों कहता है ?
I.निराशाजनक स्थिति को देखकर
II. सुखमय स्थिति को देखकर
III. उसे देश से प्रेम नहीं है
IV. वह विदेश में बसना चाहता है
ङ) प्रस्तुत गज़ल के गज़लकार
कौन हैं ?
I.श्री फ़िराक गोरखपुरी
II. श्री सुमित्रानंदन पंत
III. श्री दुष्यंत कुमार
IV. श्री अवतार सिंह ‘पाश’
प्रश्न 5- निम्नलिखित गद्यांश को ध्यानपूर्वक पढ़कर सही
विकल्प का चयन कीजिए-1x5=5
धनराम की संकोच, असमंजस और धर्म-संकट की स्थिति से उदासीन मोहन संतुष्ट भाव से अपने लोहे के
छल्ले की त्रुटिहीन गोलाई को जाँच रहा था। उसने धनराम की ओर अपनी कारीगरी की
स्वीकृति पाने की मुद्रा में देखा। उसकी आँखों में एक
सर्जक की चमक थी-
जिसमें न स्पर्धा थी न किसी प्रकार की हार जीत का भाव।
(क) पाठ और
रचनाकार का नाम बताइए ।
I. श्री कृष्णनाथ
II.श्री शेखर जोशी
III. श्री बालमुकुंद गुप्त
IV. मुंशी प्रेमचंद
(ख) धनराम के असमंजस का क्या कारण था?
I.मोहन को देखकर
II. मोहन से मिलकर
III. मोहन को लोहे की छड़ को गोल
करते देखकर
IV. शहरी मोहन को देखकर
ग)
मोहन की मन:स्थिति कैसी थी ?
I.संतुष्ट
II. प्रसन्न
III. असंतुष्ट
IV. अप्रसन्न
घ) उसकी आँखों में एक सर्जक
की चमक थी-इसका भाव क्या है ?
I.मित्र के स्नेह का भाव
II. सहपाठी के स्नेह का भाव
III. कलाकार की असंतुष्टि का भाव
IV. कलाकार की संतुष्टि का भाव
ङ) उसने धनराम की ओर किस मुद्रा में देखा ?
I.अपनी कारीगरी की स्वीकृति पाने की
II. संतुष्टि से
III. स्नेह से
IV. अहंकार से
पूरक पाठ्य पुस्तक |
10 |
प्रश्न 6.निम्नलिखित प्रश्नों में
निर्देशानुसार सही
विकल्प का चयन कीजिए- 1x10=10
क) ‘आलो आंधारि’ साहित्य
की कौन-सी विधा है ?
i) संस्मरण
ii) निबंध
iii) आत्मकथा
iv) कहानी
ख) ‘राजस्थान की रजत बूँदें’ पाठ के रचयिता
कौन हैं ?
i) श्री अनुपम मिश्र
ii) श्री बालमुकुंद गुप्त
iii) श्री सुमित्रानंदन पंत
iv) मुंशी प्रेमचंद
ग) भारतीय गायिकाओं में बेजोड़ कौन है?
i) नूरजहाँ
ii) लता
मंगेशकर
iii) सुनिधि
चौहान
iv) शमशाद बेगम
घ) बेबी किसके घर रहती थी ?
i) जेठू
ii) सुनील
iii) आशापूर्णा देवी
iv) तातुश
ङ) चित्रपट संगीत ने हमारे कान बिगाड़ दिए हैं । लेखक के अनुसार यह
वाक्य.... है ।
i) पूर्णतः सत्य है
ii) पूर्णतः असत्य है
iii) आंशिक सत्य है
iv) आंशिक असत्य है
च) संगीत का मुख्य आधार क्या है ?
i) रंजकता
ii) अभ्यास
iii) सुरीलापन
iv) माधुर्य
छ) कुंई बनाने वाले
कारीगर...........कहलाते हैं ।
i) किसान
ii) चेजारो
iii) मज़दूर
iv) माली
ज) कुंई बनाने के लिए....................नामक औज़ार का प्रयोग
किया जाता है ।
i) फावड़ा
ii) खुरपी
iii) बसौली
iv) कुदाल
झ) कुंई का मुँह और व्यास बड़ा होता है ।
i) पूर्णतः सत्य है
ii) पूर्णतः असत्य है
iii) आंशिक सत्य है
iv) आंशिक असत्य है
ञ) “गानपन’ का अर्थ है-
i) गीत से मिलने वाली खुशी
ii) गीत से मिलने वाली मस्ती
iii) गीत से मिलने वाला सुरीलापन
iv) गीत से मिलने वाला माधुर्य
पाठ्य पुस्तक 10
प्रश्न 4. निम्नलिखित पद्यांश को ध्यानपूर्वक पढ़कर सही विकल्प का चयन कीजिए- 1x5=5
कहाँ तो तय था चिरागां हर घर के लिए ,
कहाँ चिराग मयस्सर नहीं शहर के लिए |
यहाँ दरख्तों के साये में धूप लगती है ,
चलो यहां से चलें और उम्र भर के लिए |
(i( कवि ने पहले शेर में किस चिराग के तय होने की बात की है ?
1. निराशा की
2. आशा की
3. आज़ादी की
4. मूलभूत आवश्यकताओं की पूर्ति की 1
(ii( कवि के पलायनवादी बनने का कारण बताइए।
1.निराशाजनक स्थिति को देखकर
2.सुखमय स्थिति को देखकर
3.उसे देश से प्रेम नहीं है
4.वह विदेश में बसना चाहता है 1
(iii( आज की स्थिति के विषय में कवि क्या बताना चाहता है?
1.बेहतर हुई
2.निराशाजनक
3.पता नहीं
4.सभी विकल्प असत्य हैं 1
(iv( यहाँ दरख्तों के साये में धूप लगती है–से कवि क्या कहना चाहता है ?
1.आज़ादी के बाद भी मूलभूत आवश्यकताओं की पूर्ति नहीं
2.आज़ादी के बाद भी जीने के साधन नहीं
3.आज़ादी के बाद भी सुखमय जीवन नहीं
4.सभी विकल्प सत्य हैं 1
(v( प्रस्तुत गज़ल के गज़लकार कौन हैं ?
1. श्री फ़िराक गोरखपुरी
2.श्री सुमित्रानंदन पंत
3.श्री दुष्यंत कुमार
4.श्री अवतार सिंह ‘पाश’ 1
प्रश्न 5. निम्नलिखित गद्यांश को ध्यानपूर्वक पढ़कर पूछे गए प्रश्नों के उत्तर दीजिए- 1x5=5
शाम के पाँच बजे स्वयं सुपरिंटेंडेंट कवि की फ़ाइल लेकर उसके पास आया, ‘सुनते हो!’ आते ही वह खुशी से फ़ाइल को हिलाते हुए चिल्लाया, ‘प्रधानमंत्री ने इस पेड़ को काटने का हुक्म दे दिया, और इस घटना की सारी अंतर्राष्ट्रीय ज़िम्मेदारी अपने सिर ले ली है। कल यह पेड़ काट दिया जाएगा, और तुम इस संकट से छुटकारा हासिल कर लोगे। सुनते हो? आज तुम्हारी फाइल पूर्ण हो गई।”
मगर कवि का हाथ ठंडा था, आँखों की पुतलियाँ निर्जीव और चींटियों की एक लंबी पाँत उसके मुँह में जा रही थी…।
उसके जीवन की फ़ाइल भी पूर्ण हो चुकी थी।
(i) सुपरिंटेंडेट की खुशी का क्या कारण था?
1.अब देश की अंतर्राष्ट्रीय छवि खराब नहीं होगी
2.सभी विकल्प सही हैं
3.अब प्रधानमंत्री ने सारी अंतर्राष्ट्रीय जिम्मेदारी अपने सिर ले ली
4.अब दबा हुआ व्यक्ति बच जाएगा 1
(ii) सुपरिंटेंडेंट कितने बजे आया?
1.चार बजे
2.दो बजे
3.पाँच बजे
4.बारह बजे 1
(iii) ‘फाइल पूर्ण हो गई’ में निहित व्यंग्यार्थ बताइए।
1.दबा हुआ आदमी मर गया
2.काम पूरा हुआ
3.सब ज़िम्मेदारी से मुक्त हुए
4.सरकारी कामकाज की संवेदनशून्यता उजागर हुई 1
(iv) प्रधानमंत्री ने कौन-सी ज़िम्मेदारी ली थी ?
1.पेड़ उठवाने की
2.पेड़ कटवाने की
3.पेड़ हटवाने की
4.पेड़ की छँटाई करवाने की 1
(v) पाठ और रचनाकार का नाम बताइए ।
1.श्री कृश्नचंदर
2.श्री कृष्णनाथ
3.श्री शेखर जोशी
4.श्री बालमुकुंद गुप्त 1
पूरक पाठ्य पुस्तक 10
प्रश्न6. निम्नलिखित प्रश्नों में निर्देशानुसार सही विकल्प का चयन कीजिए- 1x10=10
(i) “गानपन’ का अर्थ है-
1. गीत से मिलने वाली खुशी
2. गीत से मिलने वाली मस्ती
3. गीत से मिलने वाला सुरीलापन
4. गीत से मिलने वाला माधुर्य
1
(ii) कुंई बनाने के लिए....................नामक औज़ार का प्रयोग किया जाता है ।
1. फावड़ा
2. खुरपी
3. बसौली
4. कुदाल 1
(iii) कुंई बनाने वाले कारीगर...........कहलाते हैं ।
1. किसान
2. चेजारो
3. मज़दूर
4. माली 1
(iv) ‘आलो आंधारि’ का अर्थ क्या है ?
1.उजाले का अंधेरा
2.अंधेरे का उजाला
3.अंधेरा और उजाला
4.केवल उजाला 1
(v) लता मंगेशकर केवल करुण गीतों को उत्कटता से गाती हैं। यह कथन....है।
1.पूर्णतः सत्य
2.पूर्णतः असत्य
3.आंशिक सत्य
4.आंशिक असत्य 1
(vi) ‘आलो आंधारि’ की लेखिका कौन हैं ?
1.श्रीमती सुभद्रा कुमारी चौहान
2.श्रीमती महादेवी वर्मा
3.श्रीमती आशापूर्णा देवी
4.बेबी हालदार 1
(vii) ‘राजस्थान की रजत बूँदें’ पाठ में बूँदों को रजत क्यों कहा गया है?
1.चाँदी की तरह कीमती हैं
2.कठिनता से प्राप्त होती हैं
3.जल जीवन देता है
4.सभी विकल्प सही हैं 1
(viii) ‘भारतीय गायिकाओं में बेजोड़-लता मंगेशकर’ पाठ के रचयिता कौन हैं ?
1.श्री अनुपम मिश्र
2. श्री बालमुकुंद गुप्त
3. श्री कुमार गंधर्व
4. मुंशी प्रेमचंद 1
(ix) ‘राजस्थान की रजत बूँदें’ पाठ का संदेश क्या है ?
1.जल-संरक्षण
2.जल-संग्रहण
3.जल-भरण
4.जल-भराव 1
(x) ‘आलो आंधारि’ साहित्य की कौन-सी विधा है ?
1.संस्मरण
2.निबंध
3.आत्मकथा
4.कहानी 1
पाठ्य पुस्तक 10
प्रश्न 4-निम्नलिखित पद्यांश को ध्यानपूर्वक पढ़कर सही विकल्प का चयन कीजिए- 1x5=5
खैर, पैर की जूती, जोरू
न सही एक, दूसरी आती,
पर जवान लड़के की सुध कर
साँप लौटते, फटती छाती।
पिछले सुख की स्मृति आँखों में
क्षण भर एक चमक हैं लाती,
तुरत शून्य में गड़ वह चितवन
तीखी नोक सदृश बन जाती।
(क) पैर की जूती किसे कहा गया है?
(i) बेटी को
(ii) गाय को
(iii) बहू को
(iv) पत्नी को
(ख) कवि का नाम बताइए ।
(i) कबीर
(ii) श्री सुमित्रानंदन पंत
(iii) श्रीमती निर्मला पुतुल
(iv) श्री दुष्यंत कुमार
(ग) कविता का नाम बताइए ।
(i) गज़ल
(ii) पथिक
(iii) वे आँखें
(iv) घर की याद
(घ) किसान के मन में सर्वाधिक दुख किसकी मृत्यु का है?
(i) बेटे की
(ii) गाय की
(iii) बहू की
(iv) पत्नी की
(ङ.) किसान की आँखों में चमक आने का कारण बताइए।
(i) पिछले दुखों की स्मृति
(ii) पिछले सुखों की स्मृति
(iii) उजरी की स्मृति
(iv) बैलों की स्मृति
प्रश्न 5- निम्नलिखित गद्यांश को ध्यानपूर्वक पढ़कर सही विकल्प का चयन कीजिए-1x5=5
धनराम की संकोच, असमंजस और धर्म-संकट की स्थिति से उदासीन मोहन संतुष्ट भाव से अपने लोहे के छल्ले की त्रुटिहीन गोलाई को जाँच रहा था। उसने धनराम की ओर अपनी कारीगरी की स्वीकृति पाने की मुद्रा में देखा। उसकी आँखों में एक सर्जक की चमक थी- जिसमें न स्पर्धा थी न किसी प्रकार की हार जीत का भाव।
(क) पाठ और रचनाकार का नाम बताइए ।
i) श्री कृष्णनाथ
ii) श्री शेखर जोशी
iii) श्री बालमुकुंद गुप्त
iv) मुंशी प्रेमचंद
(ख) धनराम के असमंजस का क्या कारण था?
i) मोहन को देखकर
ii) मोहन से मिलकर
iii) मोहन को लोहे की छड़ को गोल करते देखकर
iv) शहरी मोहन को देखकर
ग) मोहन की मन:स्थिति कैसी थी ?
i) संतुष्ट
ii) प्रसन्न
iii) असंतुष्ट
iv) अप्रसन्न
घ) उसकी आँखों में एक सर्जक की चमक थी-इसका भाव क्या है ?
i) मित्र के स्नेह का भाव
ii) सहपाठी के स्नेह का भाव
iii) कलाकार की असंतुष्टि का भाव
iv) कलाकार की संतुष्टि का भाव
ङ) उसने धनराम की ओर किस मुद्रा में देखा ?
i) अपनी कारीगरी की स्वीकृति पाने की
ii) संतुष्टि से
iii) स्नेह से
iv) अहंकार से
पूरक पाठ्य पुस्तक 10
प्रश्न 6.निम्नलिखित प्रश्नों में निर्देशानुसार सही विकल्प का चयन कीजिए- 1x10=10
(क) ‘आलो आंधारि’ साहित्य की कौन-सी विधा है ?
i) संस्मरण
ii) निबंध
iii) आत्मकथा
iv) कहानी
(ख) ‘राजस्थान की रजत बूँदें’ पाठ के रचयिता कौन हैं ?
i) श्री अनुपम मिश्र
ii) श्री बालमुकुंद गुप्त
iii) श्री सुमित्रानंदन पंत
iv) मुंशी प्रेमचंद
(ग) भारतीय गायिकाओं में बेजोड़ कौन है?
i) नूरजहाँ
ii) लता मंगेशकर
iii) सुनिधि चौहान
iv) शमशाद बेगम
(घ) ‘आलो आंधारि’ का अर्थ क्या है ?
i) उजाले का अंधेरा
ii) अंधेरे का उजाला
iii) अंधेरा और उजाला
iv) केवल उजाला
(ङ) चित्रपट संगीत ने हमारे कान बिगाड़ दिए हैं । लेखक के अनुसार यह वाक्य.... है ।
i) पूर्णतः सत्य है
ii) पूर्णतः असत्य है
iii) आंशिक सत्य है
iv) आंशिक असत्य है
(च) संगीत का मुख्य आधार क्या है ?
i) रंजकता
ii) अभ्यास
iii) सुरीलापन
iv) माधुर्य
(छ) कुंई बनाने वाले कारीगर...........कहलाते हैं ।
i) किसान
ii) चेजारो
iii) मज़दूर
iv) माली
(ज) कुंई बनाने के लिए....................नामक औज़ार का प्रयोग किया जाता है ।
i) फावड़ा
ii) खुरपी
iii) बसौली
iv) कुदाल
(झ) कुंई का मुँह और व्यास बड़ा होता है ।
i) पूर्णतः सत्य है
ii) पूर्णतः असत्य है
iii) आंशिक सत्य है
iv) आंशिक असत्य है
(ञ) “गानपन’ का अर्थ है-
i) गीत से मिलने वाली खुशी
ii) गीत से मिलने वाली मस्ती
iii) गीत से मिलने वाला सुरीलापन
iv) गीत से मिलने वाला माधुर्य
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