Saturday 10 October 2020

शब्दकोश




 हिंदी शब्दकोश



विभिन्न वर्णोँ के निम्न क्रम के अनुसार है–

अं, अ, आ, इ, ई, उ, ऊ, ऋ, ए, ऐ, ओ, औ, क, क्ष, ख, ग, घ, च, छ, ज, ज्ञ, झ, ट, ठ, ड, ढ, त, त्र, थ, द, ध, न, प, फ, ब, भ, म, य, र, ल, व, श, ष, स, ह ।

इस प्रकार शब्द–कोश मेँ सर्वप्रथम ‘अं’ या ‘अँ’ से प्रारंभ होने वाले शब्द होते हैँ और अन्त मेँ ‘ह’ से प्रारंभ होने वाले शब्द। प्रत्येक शब्द से प्रारंभ होने वाले शब्द भी हजारोँ की संख्या मेँ होते हैँ, अतः शब्द–कोश मेँ उनका क्रम–विन्यास विभिन्न स्वरोँ की मात्राओँ के अग्र क्रम मेँ होता है–

ं ँ ा ि ी ु ू ृ े ै ो ौ ।

• उदाहरण –

1. आधा वर्ण उस वर्ण की ‘औ’ की मात्रा के बाद आता है। जैसे– कटौती के बाद कट्टर, करौ के बाद कर्क, कसौ के बाद कस्त, कौस्तु के बाद क्य, क्योँ के बाद क्रं... क्र... क्ल... क्व आदि।

2. ‘ृ ’ की मात्रा ‘ऊ’ की मात्रा वाले वर्ण के बाद आती है। जैसे– कूक, कूल के बाद कृत।

3. ‘क्ष’ वर्ण आधे ‘क्’ के बाद आता है। जैसे– क्विँटल के बाद क्षण।

4. ‘ज्ञ’ अक्षर ‘जौ’ के अंतिम शब्द के बाद आता है। जैसे– जौहरी के बाद ज्ञात।

5. ‘त्र’ अक्षर ‘त्यौ’ के बाद आयेगा। जैसे– त्यौहार के बाद त्रय।

6. ‘श्र’ अक्षर ‘श्यो’ के बाद आयेगा क्योँकि श्र=श्*र है तथा ‘र’ शब्द–कोश मेँ ‘य’ के बाद आता है।

7. ‘द्य’ अक्षर ‘दौ’ के बाद आता है। जैसे– दौहित्री के बाद द्युति।

8. अक्षर ‘रौ’ के बाद आता है। जैसे– सरौता के बाद सर्कस एवं करौना के बाद कर्क।

9. अक्षर किसी भी व्यंजन के ‘य’ के साथ संयुक्त अक्षर के अंतिम शब्द के बाद आता है। जैसे– प्योसार के बाद प्रकट, ग्यारह के बाद ग्रंथ, द्यौ के बाद द्रव एवं ब्यौरा के बाद ब्रश।

इस प्रकार प्रत्येक वर्ण के सर्वप्रथम अनुस्वार (ं ) या चन्द्रबिन्दु (ँ ) वाले शब्द आते हैँ फिर उनका क्रम क्रमशः अ, आ, इ, ई, उ, ऊ, ऋ, ए, ऐ, ओ, औ की मात्रा के अनुसार होता है। ‘औ’ की मात्रा के बाद आधे अक्षर से प्रारंभ होने वाले शब्द दिये होते हैँ। उदाहरणार्थ– ‘क’ से प्रारंभ होने वाले शब्दोँ का क्रम निम्न प्रकार रहेगा–

कं, क, कां, किँ, कि, कीँ, कुं, कु, कूं, कू, कृं, केँ, के, कैँ, कै, कोँ, को, कौँ, कौ, क् (आधा क) – क्या, क्रंद, क्रम आदि।

प्रत्येक शब्द मेँ प्रथम अक्षर के बाद आने वाले द्वितीय, तृतीय आदि अक्षरोँ का क्रम भी उपर्युक्त प्रकार से ही होगा।


प्रश्न 1. दिए गए कथनों को पूरा कीजिए


(क) शब्दकोश न केवल शब्दों के अर्थ बताता है बल्कि…..


(ख) शब्दकोश में शब्दों का क्रम………


(ग) शब्दकोश का सबसे बड़ा लाभ यह है कि…….


उत्तर- (क) शब्दकोश न केवल शब्दों के अर्थ बताता है बल्कि सभी शब्दों की विस्तृत जानकारी भी प्रदान करता है। उनकी उत्पत्ति का भी ज्ञान देता है।


(ख) शब्दकोश में शब्दों का क्रम हिंदी वर्णमाला के अक्षरों के क्रम के अनुसार ही होता है।


(ग) शब्दकोश का सबसे बड़ा लाभ यह है कि इसमें किसी भी शब्द को सरलता से ढूँढ़कर उसके विषय में पूरी जानकारी प्राप्त की जा सकती है।


प्रश्न 2. नीचे दिए गए शब्दों को शब्दकोश क्रम में लिखिए परीक्षण, परिक्रमण, परिक्रम, विश्वामित्र, हिमाश्रया, हृदयंगम, ग्वालिन, घंटा, योगासन, घटक, इच्छित, इक्षु, अंतः, अंत, अकंपित, उदाहरण, उद्योग, जिज्ञासु।


उत्तर- इन शब्दों को शब्दकोशीय क्रम में इस प्रकार लिखा जायेगा—


अंतः, अंत, अकंपित, इक्षु, इच्छित, उदाहरण, उद्योग, ग्वालिन, घंटा, घटक, जिज्ञासु, परिक्रम, परिक्रमण, परीक्षण, योगासन, विश्वामित्र, हिमाश्रया, हृदयंगम।


प्रश्न 3. शब्दकोश के बारे में आप क्या जानते हैं ?


उत्तर- शब्दकोश शब्दों का खजाना होता है। इसमें एक भाषा-भाषी समुदाय में प्रयोग होने वाले शब्दों को एक जगह इकट्ठा प्रस्तुत किया जाता है। शब्दकोश में शब्दों की व्युत्पत्ति, स्रोत, लिंग के साथ-साथ उसके शब्द रूपों और विभिन्न संदर्भ परक अर्थों की जानकारी होती है। हिंदी शब्दकोश में शब्द हिंदी वर्णमाला के अनुसार दिए होते हैं। किंतु ‘अं’ से शुरू होने वाले शब्दों को सबसे पहले स्थान दिया गया है। इसके साथ-साथ हिंदी वर्णमाला के अंत में आने वाले संयुक्त व्यंजनों को शब्दकोश में उन व्यंजनों के साथ रखा जाता है जिनसे वे मिलकर बने होते है। जैसे-क् ष् = क्ष, त् + र् = त्र। इसके अतिरिक्त शब्दकोश में स्वर रहित व्यंजनों से प्रारंभ होने वाले शब्द उस व्यंजन में प्रयोग होने वाले सभी स्वरों के बाद आते हैं। जैसे-‘क्या’ शब्द ‘कौस्तुभ’ के बाद आएगा। शब्दकोश का सबसे बड़ा लाभ यह है कि इसमें किसी भी प्रकार के शब्द की विस्तृत जानकारी बड़ी सरलता से प्राप्त की जा सकती है।


प्रश्न 4. निम्नलिखित का अर्थ स्पष्ट कीजिए – संदर्भ ग्रंथ, विश्व ज्ञान कोश, साहित्य कोश, चरित्र कोश।


उत्तर- संदर्भ ग्रंथ- जिस प्रकार शब्दों के अर्थ शब्दकोश में दिए होते हैं उसी प्रकार संदर्भ ग्रंथ में मानव द्वारा संचित ज्ञान को संक्षिप्त रूप में प्रस्तुत किया जाता है। संदर्भ ग्रंथ गागर में सागर का कार्य करते हैं। संदर्भ ग्रंथों से किसा भी विषय की जानकारी तुरंत प्राप्त की जा सकती है। संदर्भ ग्रंथों में जानकारियों का क्रम भी ‘शब्दकोश’ के नियमा के अनुसार ही होता है।


विश्व ज्ञान कोश-विश्व ज्ञान कोश में पूरे विश्व की जानकारियों का भंडार होता है। मानव ज्ञान से संबंधित सभी सचनाएँ और जानकारियाँ विश्व ज्ञान कोश से सहज ही प्राप्त की जा सकती हैं। इसमें मानव दवारा संचित प्रत्येक जानकारी एवंं सूचना संक्षिप्त रूप में होती है। विश्व ज्ञान कोश में भी शब्दकोश के नियमों को ही अपनाया जाता है।


साहित्य कोश-साहित्य कोश में साहित्यिक विषयों से संबंधित जानकारियां होती हैं इसमें समस्त साहित्यिक रचनाओं के साथ-साथ उनके लेखकों आदि के नाम क्रम में लिखे होते हैं।


चरित्र कोश-चरित्र कोश में साहित्य, संस्कृति, विज्ञान आदि क्षेत्रों के महान् व्यक्तियों के व्यक्तित्व और कृतित्व की जानकारी होती है। इसमें विचारकों, साहित्यकारों, वैज्ञानिकों आदि के संक्षिप्त परिचय और उपलब्धियों को सिलसिलेवार दिया होता है। चरित्र कोश को ‘व्यक्ति कोश’ भी कहते हैं तथा इसमें भी जानकारियों का क्रम शब्दकोश के अनुसार ही होता है।


प्रश्न 5. शब्दकोश में निम्नलिखित संक्षेप चिह्नों का क्या अर्थ होता है ?


स्त्री०, पु०, सर्व०, अ० क्रि०, स०, क्रि०, प्रे० क्रि०, बहु०, वि०, उप०, प्र०, अ०. सं० हिं०, अंक, फा०, साहि०,ज्यो०, व्या०।


उत्तर- शब्दकोश में इन संक्षेप चिह्नों को निम्नलिखित ढंग से पढ़ा जाना चाहिए


स्त्री० — स्त्रीलिंग


पु० — पुल्लिंग


सर्व० — सर्वनाम


अ० क्रि० — अकर्मक क्रिया


स० क्रि — सकर्मक क्रिया


प्रे० क्रि — प्रेरणार्थक क्रिया


बहु० — बहुवचन


वि० — विशेषण


उप० — उपसर्ग


प्र० — प्रत्यय


अ० — अव्यय


सं० — संस्कृत


हिं — हिंदी


अं० — अंग्रेजी


फ़ा० — फारसी


साहि० — साहित्य


ज्यो० — ज्योतिष


व्या० — व्याकरण


प्रश्न 6. संदर्भ-ग्रंथ के बारे में आप क्या जानते हैं? इसके कितने प्रकार हैं?


उत्तर- जिस प्रकार शब्दकोश में शब्दों के अर्थ होते हैं उसी प्रकार संदर्भ-ग्रंथों में मनुष्य द्वारा संचित ज्ञान को संक्षिप्त रूप में प्रस्तुत किया जाता है। संदर्भ ग्रंथ अनेक प्रकार के होते हैं। संदर्भ ग्रंथ गागर में सागर के समान है। जब भी किसी विषय पर तुरंत जानकारी की आवश्यकता होती है। ये ग्रंथ हमारे काम आते हैं। इन ग्रंथों में जानकारियों का क्रमानुसार संकलन शब्दकोश के नियमों के अनुसार ही होता है। इनके निम्नलिखित प्रकार हो सकते हैं:-


(i) विश्व ज्ञान कोश —यह संदर्भ ग्रंथ का सबसे विराट रूप है।


(ii) साहित्य कोश—इस कोश में साहित्यिक विषयों से संबंधित जानकारियां संकलित होती हैं।


(iii) चरित्रकोश—इस कोश में साहित्य, संस्कृति, विज्ञान आदि क्षेत्रों के महान् व्यक्तियों के व्यक्तित्व और कृतित्व के बारे में जानकारी संकलित होती है।




शब्द-कोश क्रम में शब्द लिखना तथा देखना


शब्द-कोश-


अन्य भाषाओं की तरह हिंदी को भी अपना शब्दकोश है। शब्दों का संग्रह होने के कारण इसको ‘शब्द-कोश’ कहते हैं। शब्द-कोश में शब्दों का इस प्रकार संग्रह किया जाता है कि उनका एक निश्चित क्रम बना रहे जिससे कि किसी शब्द को कोश में तलाशते समय असुविधा न हो।




शब्द-कोश का निर्माण


शब्द-कोश का निर्माण करते समय यह देखना होता है कि उसमें कितने शब्दों को रखा जाना है। हिंदी में असंख्य शब्द हैं। शब्द-कोश में जितने अधिक शब्द होंगे उसका कलेवर उतना ही अधिक विशाल होगा। अत: आवश्यकतानुसार ही। शब्द-कोश में एक निश्चित संख्या में शब्द रखे जाते हैं।






 


शब्दों को क्रम


शब्द- कोश में शब्दों को एक निश्चित क्रम में रखा जाता है। शब्द-कोश में शब्दों को लिखने वाले को हिंदी वर्णमाला का गंभीर ज्ञान होना आवश्यक है। उसे शब्दों के उच्चारण तथा किसी शब्द में प्रयुक्त हुए वर्गों के क्रम का भी स्पष्ट ज्ञान होना चाहिए।




हिंदी वर्णमाला का क्रम


हिंदी वर्णमाला में वर्ण निम्नलिखित क्रम में होते हैं।


(1) स्वर- अ, आ, इ, ई, उ, ऊ, ऋ, ए, ऐ, ओ, औ।


(2) व्यंजन स्पर्श-


क वर्ग क, ख, ग, घ, ङ,


च वर्ग–च, छ, ज, झ, ञ


ट वर्ग-ट, ठ, ड, ढ, ण


त वर्ग-त, थ, द, ध, न


प वर्ग-प, फ, ब, भ, म


(ब) अंतःस्थ-य, र, ल, व


(स) ऊष्म-श, ष, स, ह,


संयुक्त व्यंजन-क्ष, त्रं, ज्ञ, श्र


(3) अनुस्वार और अनुनासिक-अं,


(4) विसर्ग- (:)


व्यंजन स्वरों की सहायता के बिना नहीं बोले जाते। उन पर स्वर की मात्रा लगाई जाती है। अत: स्वर के क्रम में उनका रूप इस प्रकार हो जाता है


(अ) क्–क, का, कि, की, कु, कू, के, के, के, को, कौ, कं, कः।




शब्द-कोश में शब्दों को रखना






उदाहरण






 






 




अंकुर, अमर, अक्षर, अ, अं को शब्द-कोश में लिखेंगे तो इनका क्रम होगा-


अ, अं, अंकुर, अक्षर, अमर।


कंगन, कठोर, कबीर, कहार, कटार शब्दों के शब्द-कोश में रखने पर उनका क्रम होगा- कंगन, कटार, कठोर, कबीर, कहार।


कलश, पूर्व, टंकार, सरकार, शंकर, डलिया, तमाशा, भीषण, छंद शब्दों को शब्दकोश में रखने पर उनका क्रम इस प्रकार होगाकलश, छंद, टंकार, डलिया, तमाशा, पूर्व, भीषण, शंकर तथा सरकार।।


शब्द-कोश में शब्द देखना।




शब्द-कोश में शब्द देखते समय वर्गों के क्रम का ६ यान रखें। शब्द को वर्णमाला में वर्ण के क्रम के अनुसार ही देखना चाहिए।


शब्द का पहला वर्ण देखें। शब्द-कोश में शब्द उसी वर्ण के शब्दों के साथ मिलेगा। जैसे-‘राधेय’ शब्द का अर्थ जानना है। ‘राधेय’ शब्द का पहला वर्ण ‘र’ है। शब्द-कोश में यह शब्द ‘र’ वर्ण के अक्षरों के साथ मिलेगा।


‘राधेय’ में र पर ‘आ’ की मात्रा है अतः जब ‘र’ से आरंभ होने वाले शब्द समाप्त हो जायेंगे तो ‘रा’ से आरंभ होने वाले शब्द प्रारंभ होंगे। ‘राधेय’ शब्द उनके साथ ही मिलेगा।


शब्द-कोश में प्रत्येक पृष्ठ में सबसे ऊपर कुछ शब्द लिखे होते हैं। जिस शब्द का अर्थ आप जानना चाहते हैं उसे शब्द में तलाश करने के लिए पृष्ठ के ऊपर लिखे शब्दों को पढ़िये और अपने शब्द का क्रम देखिये।


शब्द-कोश को लेकर उसमें विभिन्न शब्दों को ढूंढ़ने का अभ्यास कीजिये।


शब्द-कोश में शब्द जिस क्रम से लिखे जाते हैं उसी क्रम से उन शब्दों को कोश में लिखने का क्रम ऊपर बताया। जा चुका है।


वर्णमाला के क्रम का ध्यान रखना आवश्यक है।


शब्द-कोश के आरम्भ में दिये गये निर्देशों का भी ध्यान रखना चाहिए।


परीक्षोपयोगी महत्त्वपूर्ण प्रश्नोत्तर




बहुविकल्पात्मक प्रश्न




प्रश्न 1.


‘त्रिपाठी’ शब्द शब्द-कोश में मिलेगा


(क) ते के साथ


(ख) य के साथ


(ग) प के साथ


(घ) र के साथ।




प्रश्न 2.


शब्द-कोश में सबसे पहले लिखा जायेगा.


(क) पाठक


(ख) ढक्कन


(ग) कमल


(घ) पीला।




प्रश्न 3.


‘क्ष’ से आरम्भ होने वाला शब्द लिखा जाता है।


(क) ‘क’ के साथ


(ख) ‘प’ के साथ


(ग) ‘ह’ के बाद


(घ) “व’ के बाद।




उत्तर:


1. (क)


2. (ग)


3. (क)




अति लघूत्तात्मक प्रश्न




प्रश्न 1.


शब्द-कोश किसे कहते हैं?


उत्तर:


शब्दों के संग्रह को शब्द-कोश कहते हैं।




प्रश्न 2.


शब्द-कोश की क्या उपयोगिता है?


उत्तर:


शब्द-कोश में शब्द को देखकर उसके विभिन्न अर्थ, व्युत्पत्ति तथा उससे संबंधित अन्य बातें जानी जा सकती हैं।




प्रश्न 3.


शब्द-कोश में कितने शब्द होते हैं?


उत्तर:


शब्द-कोश में सभी शब्द नहीं होते। कोशकार आवश्यकता तथा स्थान और उपयोगिता की दृष्टि से कोश में शब्दों की संख्या निश्चित करता है।




प्रश्न 4.


शब्द-कोश में शब्दों को किस प्रकार देखा जाता


उत्तर:


शब्दकोश में शब्दों को वर्गों के क्रम में देखा जाता है। जैसे- क से प्रारंभ होने वाले शब्द पहले तथा य से प्रारंभ होने वाले शब्द बाद में मिलेंगे।




प्रश्न 5.


पत्थर, कछुआ, टट्टर, वीर, जामाता, अनार, अंगूर, आप, औरत शब्दों को शब्द-कोश में किस क्रम में लिखा जायेगा?


उत्तर:


शब्द-कोश में इन शब्दों का क्रम इस प्रकार होगाअंगूर, अनार, आम, औरत, कछुआ, जामाता, टट्टर, वीर और पत्थर।।




प्रश्न 6.


निम्न शब्दों को शब्द-कोश में क्रम बताओ। तानसेन, तमाशा, तंतु, तीतर, तोमर, तुरुप, तृष्णा।


उत्तर:


तंतु, तमाशा, तानसेन, तीतर, तुरुप, तृष्णा, तोमर।



अक्क महादेवी

  पाठ्यपुस्तक से हल प्रश्न कविता के साथ प्रश्न 1: ‘लक्ष्य प्राप्ति में इंद्रियाँ बाधक होती हैं’-इसके संदर्भ में अपने तर्क दीजिए। उत्तर – ज्ञ...